June 17, 2025

Jalandhar Breeze

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मंत्री समूह द्वारा ‘लम्पी स्किन’ की रोकथाम के लिए गोट पॉक्स दवाई के 3.33 लाख और डोज़ मंगवाने के निर्देश

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जालंधर ब्रीज: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा लम्पी स्किन की रोकथाम के लिए प्रभावी निगरानी रखने के लिए गठित किए गए मंत्री समूह ने आज ‘लम्पी स्किन’ की रोकथाम के लिए गोट पॉक्स दवाई के 3.33 लाख और डोज़ मंगवाने के निर्देश दिए हैं।

यहाँ पंजाब भवन में बैठक के दौरान वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और पशु पालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने निर्देश दिए कि 3 लाख 33 हज़ार और डोज़ देश की प्रमाणित पशु संस्थाओं से तुरंत मंगवाकर राज्य के समूह ज़िलों में पहुँचाई जाएँ, ताकि टीकाकरण मुहिम में किसी किस्म की रुकावट न आए।  

मंत्री समूह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार पशु पालकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रोज़ाना बीमारी सम्बन्धी चल रहे राहत कार्यों की रिपोर्ट ले रहे हैं।  

पशुओं को लगाए जा रहे गोट पॉक्स के टीकों सम्बन्धी काम की समीक्षा करते हुए मंत्री समूह ने हिदायत की कि टीकाकरण मुहिम को और तेज़ किया जाए और यह लक्ष्य दोगुना कर रोज़ाना 50,000 किया जाए। यह भी सुनिश्चित बनाया जाए कि पशुओं का टीकाकरण बिल्कुल मुफ़्त किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 1 लाख 30 हज़ार से अधिक पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है।  

बैठक के दौरान मंत्री समूह की कमेटी के मैंबर पशु पालन विभाग के प्रमुख सचिव विकास प्रताप, ग्रामीण विकास विभाग के वित्त आयुक्त के. सिवा प्रसाद और डायरैक्टर पशु पालन डॉ. संजीव गोयल मौजूद रहे, जबकि गुरू अंगद देव वैटरनरी एंड एनिमल साइंसज़ यूनिवर्सिटी लुधियाना के वैटरनरी साइंस कॉलेज के डीन डॉ. एस.पी.एस. घुम्मण और डायरैक्टर क्लीनिक्स डॉ. एस.एस. रंधावा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा जुड़े।  

कैबिनेट मंत्रियों ने सम्बन्धित विभागों के उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह राज्य के पशुओं के लिए कैल्शियम, विटामिन और अन्य ज़रूरी दवाएँ मुहैया करवाने हेतु ज़िला अधिकारियों को हिदायतें जारी करें। इसके अलावा बीमारी पर काबू पाने तक राज्य में कोई पशु मेला न करवाने और अन्य राज्यों से पंजाब में पशुओं के दाखिले पर रोक सम्बन्धी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित बनाई जाए। मंत्री समूह ने राज्य में मच्छरों की दवा के छिडक़ाव सम्बन्धी कार्यों की भी समीक्षा की।  

मंत्री समूह ने बताया कि मरे हुए पशुओं को खुले में फेंकने से रोकने के लिए सरकार ने बी.डी.पी.ओज़ को फंड जारी करके यह हिदायत की है कि वह अपने अधीन आने वाले क्षेत्रों में जे.सी.बी. का प्रबंध करें और मरे हुए पशुओं को दफऩाना सुनिश्चित बनाएं और गाँवों के सरपंचों के साथ निरंतर संपर्क में रहें। मंत्रियों ने किसानों को भी अपील की कि वह मरे हुए पशुओं को खुले में न फैंकें।

इसी दौरान पशु पालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने पीड़ित पशुओं का दूध ना पीने सम्बन्धी अफ़वाहों को नकारते हुए कहा कि दूध को अच्छी तरह से उबाल कर पीने से मानव शरीर को यह बीमारी प्रभावित नहीं करती। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इस मुश्किल घड़ी में किसानों के साथ खड़ी है और इस बीमारी की रोकथाम के लिए हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है।


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