
जालंधर ब्रीज: आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को ‘पंजाब कांग्रेस चुनाव समिति’ का अध्यक्ष बनने पर बधाई दी और सलाह देते हुए कहा कि अब वे पंजाब, माफिया और दागी मंत्रियों के मुद्दे पर बोलना छोड़ दें। सिद्धू अब इस बात का जवाब दें कि चुनाव समिति में शामिल माफियाओं के साथ वे बैठेंगे या नहीं। क्योंकि अब मुख्यमंत्री चन्नी की तरह उनके दाएं-बाएं भी वही दागी और भ्रष्ट नेता होंगे, जिन्हें चन्नी कैबिनेट से हटा कर कांग्रेस सरकार शुद्ध होने का दिखावा कर रही है।
पार्टी मुख्यालय से मंगलवार को जारी बयान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आज नवजोत सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और गांधी परिवार को पंजाब की जनता को यह स्पष्ट करना चाहिए कि पूर्व मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, साधु सिंह धर्मसोत, शाम सुंदर अरोड़ा और गुरप्रीत सिंह कांगड़ को कैबिनेट से क्यों हटाया गया था? पंजाब की जनता यह भी जानना चाहती है कि कांग्रेस के ये पूर्व मंत्री किस तरह की गंगा स्नान करके आए हैं, जिस वजह से सिद्धू की अध्यक्षता वाली समिति में इन्हें शामिल किया गया है।
चीमा ने सिद्धू से सवाल किया कि क्या बलबीर सिंह सिद्धू को मोहाली के बहुचर्चित करोड़ों रुपये के गौशाला भूमि घोटाले के मामले में क्लीन चिट मिल गई है? क्या नवजोत सिंह सिद्धू बताएंगे कि लाखों गरीब एससी छात्रों का भविष्य बर्बाद करने वाले तत्कालीन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत करोड़ों रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले से कैसे दूध के धुले बन गए? क्या धर्मसोत को जेल भेजने के बजाय, नवजोत सिंह सिद्धू अपने पास बैठाएंगे? क्या सिद्धू पंजाब के लोगों को बताएंगे कि तीन महीने पहले अरबों रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे तत्कालीन उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा और अपनी जमीन पर बार-बार मुआवजा लेने वाले राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी का ‘भ्रष्टाचार मुक्त प्रमाणपत्र’ किसने जारी किया है? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी पहले से ही रेत माफिया, शराब माफिया, मंडी माफिया और भू माफिया के प्रतीक राणा गुरजीत सिंह, भारत भूषण आशु और सुख सरकारिया आदि नेताओं के साथ बैठते आ रहे हैं?
चीमा ने सिद्धू की “पंजाब में माफिया होंगे या नवजोत सिंह सिद्धू” वाली घोषणा पर निशाना साधते हुए कहा कि सिद्धू पंजाब की बात करने से पहले अपनी चुनाव कमेटी के सदस्यों को देखें और बताएं कि वे कमेटी में शामिल दागी और माफिया नेताओं के साथ बैठेंगे या नहीं?”
उन्होंने कहा कि जिस तरह खोखली घोषणाओं से पंजाब में मुख्यमंत्री चन्नी मजाक का पात्र बन गए हैं, उसी तरह नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही सरकार को गीदड़ धमकी देकर अपनी छवि खो दी है। अन्य कांग्रेसियों की तरह नवजोत सिंह सिद्धू भी कुर्सी के पुजारी हैं। वे अपनी कथनी और करनी के पक्के नहीं हैं।
More Stories
मेरी घरेलू तस्वीरें पब्लिक करना मजीठिया की घटिया राजनीति – डॉ. रवजोत
राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (NITTTR)
केवीआईसी ने देशभर के 11,480 पीएमईजीपी लाभार्थियों को ₹300 करोड़ से अधिक की सब्सिडी वितरित की