
जालंधर ब्रीज: जालंधर अकाल आँखों के हॉस्पिटल की प्रसिद्ध नेत्र सर्जन डॉ पुष्पिंदर कौर भौरा को आँखों की विश्व प्रसिद्ध संस्था IIRSI (INTRAOCULAR IMPLANT AND REFRACTIVESOCIETY OF INDIA) द्वारा उनकी प्राप्तियों और नेत्र विज्ञानं में योगदान के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है ।
IIRSI की अंतरष्ट्रीय कांफ्रेंस 4 और 5 दिसंबर 2021 को चेनई में आयोजित हुई थी इस मौके पर तमिल नाडु सरकार के कैबिनेट मंत्री शिव मयानाधन द्वारा डॉ पुष्पिंदर कौर भौरा को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया यहाँ पर वर्णन योग है की डॉ पुष्पिंदर कौर भौरा पंजाब के सरकारी चिकित्सा छेत्र में पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज(P.C.H.S) में पहली PHACO सर्जन है जिन्होंने सरकारी सेहत सेवाएं (PCMS)में प्रसिद्ध तकनीक PHACO-EMULSIFICATION 1996 में शुरू की ।
वह भारत में LASIK और REFRACTIVE सर्जरी शुरू करने वाले पहले कुछ सर्जन में से है वह उत्तरी भारत की पहली महिला नेत्र सर्जन है जो बनावटी आँख बनाने की माहिर है और भारत में अनेको लोगो के चेहरे की सुंदरता को बढ़ा के उनकी हीन भावना को खत्म करके एक स्वाभिमान भरपूर जीवन व्यतीत करने के काबिल बना रही है वह पंजाब की नेत्र विज्ञानं सोसाइटी(Punjab Opthalmology society) की प्रधान है वे अनेक बार राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय सतर पर वैज्ञानिक पेपर और तकनिकी काम दिखा चुकी है वे EUROPEAN SOCIETY OF CATARACT SURGEONS की सदस्य भी रह चुकी है वह पंजाब की पहली महिला नेत्र सर्जन है जिनको विश्व प्रसिद्ध IIRSI (INTRAOCULAR IMPLANT AND REFRACTIVE SOCIETY OF INDIA) संस्था ने सम्मानित किया आज से तीन साल पूर्व अकाल आँखों के अस्पताल के डॉ बलबीर सिंह भौरा को भी इसी संस्था ने स्वर्ण पदक से सम्मानित किया था ।

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