
जालंधर ब्रीज: पंजाब के सत्ताधारी पक्ष के विधायक और मंत्री मंगलवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का समाज के हर वर्ग के कल्याण के उद्देश्य से हाल ही में लिए गए ऐतिहासिक और मिसाली फ़ैसलों के लिए दिल से धन्यवाद करने के लिए पंजाब भवन में इकट्ठे हुए। इस मौके सभी ने एकजुटता प्रकटाते हुये विशेष तौर पर केंद्र सरकार की तरफ से लागू किये तीन काले खेती कानूनों को ख़त्म करने और पंजाब के सरहदी क्षेत्रों में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 50 किलोमीटर तक बढ़ाने वाले नादरशाही फ़रमान को रद्द करने के लिए 8 नवंबर को राज्य विधान सभा का विशेष सत्र बुलाने के फ़ैसले के लिये मुख्यमंत्री की तरफ से साहसिक पहलकदमियों के लिए धन्यवाद किया।
मीटिंग के दौरान मंत्रियों और विधायकों ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में कैबिनेट की तरफ से बिजली खरीद समझौतों (पी.पी.ए) को रद्द करने और लोगों को राहत देने के लिए 2किलोवाट लोड वाले उपभोक्ताओं के बिजली बिलों के बकाए माफ करने, सभी ग्रामीण जल सप्लाई (आर.डब्ल्यू.एस) को मुफ़्त बिजली, 440 करोड़ रुपए की लागत से गाँवों में सभी आर.डब्ल्यू.एस. स्कीमों के सर्विस चार्ज को 70 फीसद घटा कर 166 रुपए से 50 रुपए प्रति घर प्रति महीना करना, घरेलू बिजली टैरिफ 3 रुपए घटाया, कर्मचारियों को दीवाली के तोहफ़े के तौर पर डीए में 11 प्रतिशत वृद्धि, लाल लकीर में आती सभी शहरी और ग्रामीण जायदाद के स्वामित्व अधिकार और वैट से सम्बन्धित 40000 केसों को ख़त्म करने के साथ औद्योगिक भाईचारे को बड़ी राहत देना आदि सम्बन्धी लिए गए हाल ही के फ़ैसलों की सांझा तौर पर सराहना की।
मीटिंग में प्रमुख तौर पर ए.आई.सी.सी पंजाब इंचार्ज श्री हरीश चौधरी, प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू, कैबिनेट मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा, श्रीमती अरुणा चौधरी, विजय इंदर सिंगला, रणदीप सिंह नाभा, प्रगट सिंह, अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग, गुरकीरत सिंह कोटली, संसद मैंबर डा. अमर सिंह और मुहम्मद सदीक और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान कुलजीत सिंह नागरा और पवन गोयल और कांग्रेस पार्टी के विधायक मौजूद थे।
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