June 21, 2025

Jalandhar Breeze

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विज्ञान उत्सव – पंजाब के दौरान राज्य द्वारा विज्ञान प्रौद्यौगिकी और इनोवेशन ईकोसिस्टम का प्रदर्शन

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जालंधर ब्रीज: विज्ञान उत्सव- पंजाब, जिसको पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्यौगिकी कौंसिल (पी.ऐस.सी.ऐस.टी) के द्वारा कराया जा रहा है, राज्य के शौधकर्ताओं, विद्यार्थियों, टीचिंग फेकल्टी और उद्योगों को पंजाब के विज्ञान, प्रौद्यौगिकी और इनोवेशन (ऐस.टी.आई.) ईकोसिस्टम के ख़ास पहलूयों के बारे गहराई में सीखने का मौका प्रदान करेगा। यह जानकारी साल भर चलने वाले इस विलक्षण प्रोग्राम का उद्घाटन करते हुये विज्ञान प्रौद्यौगिकी और वातावरण विभाग के प्रमुख सचिव दिलीप कुमार ने दी।

इस मौके पर कुमार ने जी.आई.जैड. और स्टार्ट-अप पंजाब के सहयोग से कौंसिल के द्वारा तैयार की ‘इनोवेशन एंड इनक्युबेशन ईकोसिस्टम आफ पंजाब’ के बारे रिपोर्ट भी जारी की। पी.ऐस.सी.ऐस.टी. के कार्यकारी निदेशक डा. जतिन्दर कौर अरोड़ा ने बताया कि विज्ञान और प्रौद्यौगिकी विभाग, भारत सरकार ने विज्ञान, प्रौद्यौगिकी और इनोवेशन ईकोसिस्टम की मैपिंग और विस्तार के लिए एक माडल फ्रेमवर्क विकसित करने के लिए पंजाब का चयन किया है जिसको देश के दूसरे राज्यों के द्वारा अपनाया जायेगा। यह फ्रेमवर्क राज्यों को डाटा आधारित योजनाबंदी के लिए संस्थागत विधि स्थापित करने में सहायता करेगा।

ज़िक्रयोज्ञ है कि ‘विज्ञान उत्सव’ विज्ञान और प्रौद्यौगिकी विभाग, भारत सरकार के द्वारा विज्ञान और प्रौद्यौगिकी कौंसिलों के सहयोग से शुरू किया गया जिसका उद्देश्य देश के “आत्म निर्भर भारत के लिए “विज्ञान, प्रौद्यौगिकी और इनोवेशन (ऐस.टी.आई) ईकोसिस्टम को प्रदर्शित करना है। इसके अंतर्गत देश के सभी राज्य साल भर चरणबद्ध समागमों का आयोजन करके अपने राज्य के ऐस.टी.आई ईकोसिस्टम का प्रदर्शन करेंगे। यह पहलकदमी देश की आज़ादी के 75 सालों पूरे होने सम्बन्धी जश्न मनाने के लिए शुरू की कड़ी ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव ‘ के तौर पर की गई है।

प्रोग्राम के उद्घाटनी समागम का विषय ‘पंजाब में विज्ञान, प्रौद्यौगिकी और इनोवेशन संस्थाओं’ था। राज्य की प्रमुख यूनिवर्सिटियों और संस्थाओं के प्रमुख प्रोः राजीव आहूजा, डायरैक्टर, आई.आई.टी रोपड़ ; प्रो. अश्वनी परीक, कार्यकारी निदेशक, नेशनल एग्री-फूड बायोटैक्नालौजी इंस्टीट्यूट ; प्रो. अमितावा पात्रा, डायरैक्टर, इंस्टीट्यूट आफ नैनो साईंस एंड टैकनोलोजी ; डा. ऐच.के. सरदाना, मुख्य विज्ञानी, सैंट्रल साईंटिफिक इंस्ट्रूमैंट आर्गनाइजेशन ; डा. ऐन.जी. प्रसाद, डीन, आई.आई.ऐस.ई.आर -मोहाली, डा. नवतेज बैंस, डायरैक्टर, अनुसंधान, पी.ए.यू ; डा. जे.पी.ऐस. गिल, निदेशक, अनुसंधान, गडवासू और डा.निरमल औसैपाचन, रजिस्ट्रार, बाबा फ़रीद यूनिवर्सिटी आफ हैल्थ सायंसिज़ ने अपनी संस्थाओं की मुख्य प्राप्तियां सांझा की।

सैंटर आफ टैकनोलोजी इनोवेशन एंड इकोनॉमिक रिर्सच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जनक नांबर द्वारा संचालित एक इंटरैक्टिव पैनल में उन्होंने अपनी संस्थाओं के द्वारा विकसित की जा रही उन्नत प्रौद्योगिकियों के बारे भी चर्चा की। राज्य भर से लगभग 1000 भागीदारों ने अलग-अलग आनलाइन प्लेटफार्मों के द्वारा इस प्रोग्राम में सम्मिलन किया।


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