August 3, 2025

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पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय ने शिक्षा मंत्रालय की एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2021 में “विश्वविद्यालय श्रेणी” में 84वां स्थान प्राप्त किया

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जालंधर ब्रीज: सीयूपीबी ने एनआईआरएफ रैंकिंग 2020 में 87वें की तुलना में एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में 84वां स्थान प्राप्त करके अपनी रैंकिंग में सुधार किया

बठिंडा, 10 सितंबर: पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) ने माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा गुरुवार को देश भर के शैक्षणिक संस्थानों के मूल्यांकन हेतु जारी की गई ‘राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) इंडिया रैंकिंग 2021’ में ‘विश्वविद्यालय श्रेणी’ में 84वां रैंक प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस रैंकिंग के प्रकाशित होने के साथ ही सीयूपीबी को पिछले तीन वर्षों में लगातार तीसरी बार एनआईआरएफ रैंकिंग में ‘भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों’ में सूचीबद्ध होने का गौरव प्राप्त हुआ। भारत के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सीयूपीबी एनआईआरएफ 2021 में 12वें स्थान पर है।

कुलाधिपति प्रो. जगबीर सिंह के मार्गदर्शन और कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के कुशल नेतृत्व में सीयूपीबी एक बार फिर एनआईआरएफ 2021 में वर्ष 2009 और उसके बाद अन्य नव स्थापित केंद्रीय विश्वविद्यालयों में सर्वश्रेष्ठ रैंक के साथ शीर्ष पर रहा। एनआईआरएफ 2019 में 95वीं रैंक और एनआईआरएफ 2020 में 87वीं रैंक की तुलना में विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ के 2021 संस्करण में 84वां स्थान प्राप्त करके इस वर्ष अपनी एनआईआरएफ रैंक में सुधार किया है।

देश भर के विश्वविद्यालयों/संस्थानों को रैंक प्रदान करने के लिए एनआईआरएफ में शिक्षा मंत्रालय द्वारा अनुमोदित पद्धति का अनुसरण करते हुए पांच मापदंडों पर शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन किया गया है। ये पैरामीटर इस प्रकार हैं: शिक्षण, अधिगम और संसाधन; अनुसंधान और व्यावसायिक कार्यप्रणाली; स्नातक परिणाम; बाह्य-पहुँच और समावेश; और धारणा।

कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने एनआईआरएफ 2021 में सफलता का श्रेय शिक्षकों, छात्रों, अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत को दिया। उन्होंने कहा कि हमें आने वाले वर्षों में अनुसंधान और व्यावसायिक कार्यप्रणाली (आरपीसी) और धारणा के मापदंडों में विशेष रूप से सुधार करने के साथ-साथ एनआईआरएफ के शेष तीन मापदंडों पर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने  ​​आरपीसी में सुधार के लिए संकाय और शोधार्थियों से शोध प्रकाशनों, शोध परियोजनाओं और पेटेंट की संख्या को बढ़ने के लिए आग्रह किया। धारणा में सुधार के लिए प्रो. तिवारी ने सीयूपीबी समुदाय से स्थानीय और राष्ट्रीय मुद्दों के समाधान खोजने के लिए अनुसंधान करने और बाह्य-पहुँच कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित करने की अपील की।

यह उल्लेख करना उचित है कि पंजाब राज्य के चार (4) अन्य संस्थान अर्थात थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला; चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, मोहाली; गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर; और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, फगवाड़ा एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में ‘भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों’ में शामिल हैं।


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