June 17, 2025

Jalandhar Breeze

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गरीब कैंसर पीडि़त मरीजों के लिए ‘मुखमंत्री कैंसर राहत कोष’ साबित हो रहा वरदान

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जालंधर ब्रीज: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने राज्य के लोगों के स्वास्थ्य एवं कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अब तक कैंसर रोगियों को 13.54 करोड़ रुपए का मुफ्त इलाज मुहैया कराया है।

यह जानकारी आज यहां जारी एक प्रैस बयान में देते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बताया कि पंजाब सरकार के पैनलबद्ध अस्पतालों में ‘मुखमंत्री कैंसर राहत कोष’ के तहत 1265 से ज्यादा कैंसर मरीजों का 13.54 करोड़ रुपए का मुफ्त इलाज किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन को गति देने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि ऐसे कल्याणकारी उपायों से आम जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब में कैंसर बहुत अधिक फैला हुआ है और इसके उपचार में बड़ी रकम खर्ज करनी पड़ती है, जो हमारे समाज के गरीब तबके के रोगियों के लिए वहनीय नहीं है। ऐसे गरीब मरीजों के जीवन की रक्षा के लिए यह योजना वरदान साबित हुई है, क्योंकि वे एम्स दिल्ली, कैंसर अस्पताल बीकानेर, पीजीआई चंडीगढ़, होमी भाभा कैंसर अस्पताल संगरूर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों सहित राज्य सरकार के पैनलबद्ध 19 अस्पतालों में से किसी में भी 1.5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकते हैं।

उन्होंने आगे बताया कि कैंसर से पीडि़त कोई भी पंजाब निवासी इस योजना के लिए संबंधित सिविल सर्जन के कार्यालय में आवेदन कर सकता है और अब ऐसे मामलों को मंजूरी देने की प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया गया है। लाभार्थी अपने आवेदन की स्थिति को ऑनलाइन ट्रैक करने के लिए www.mmpcrk.gov.in पर लॉग-ऑन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कैंसर के मरीजों को इलाज कराने के लिए पंजाब रोडवेज और पी.आर.टी.सी. की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा मुहैया करवाई गई है।यहां यह उल्लेखनीय है कि यह योजना सरकारी कर्मचारियों, ईएसआई कर्मचारियों और उनके आश्रितों पर लागू नहीं है, जिनके पास चिकित्सा प्रतिपूर्ति की किसी भी प्रकार की सुविधा है या जिन्होंने कैंसर कवर के साथ स्वास्थ्य बीमा का लाभ उठाया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने डेंगू रोकथाम सम्बन्धी गतिविधियों का लिया जायज़ा और अधिकारियों को और सक्रिय रहने के दिए निर्देश

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा डेंगू और मच्छरों से पैदा होने वाली अन्य बीमारियों सम्बन्धी मौजूदा स्थिति का जायज़ा लिया।

ज़िक्रयोग्य है कि चाहे स. जौड़ामाजरा आम आदमी पार्टी के लिए गुजरात में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, परन्तु लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए वह डिजिटल माध्यम के द्वारा अलग-अलग स्वास्थ्य गतिविधियों पर नज़र रख रहे हैं और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुये बताया कि पंजाब में अब तक डेंगू के 9559 मामले दर्ज किये गए हैं और इनमें से 8323 मरीज़ स्वस्थ हो चुके हैं। पंजाब में डेंगू के सिर्फ़ 1206 एक्टिव मरीज़ हैं, जिनमें से 102 मरीज़ सरकारी अस्पतालों में, 91 निजी अस्पतालों में दाखि़ल हैं और 1012 अपने घरों में ठीक हो रहे हैं। जो मरीज़ घरों में मौजूद हैं, उनकी विभाग की रैपिड रिस्पांस टीमों से तरफ से रोज़मर्रा के आधार पर नज़र रखी जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि इस साल डेंगू के कारण 16 व्यक्तियों की मौत हुई है जबकि पिछले साल डेंगू से 55 मौतें हुई थीं। इसलिए फ़िलहाल स्थिति काफ़ी हद तक काबू में है, परन्तु उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की कि वह अपनी मुस्तैदी को ढीला न पड़ने दें। उन्होंने राज्य में डेंगू रोकथाम गतिविधियों को और तेज़ करने के भी निर्देश दिए।

स. जौड़ामाजरा ने कहा कि डेंगू और मलेरिया महामारी रोग एक्ट, 1897 के अधीन नोटीफाईड बीमारियां हैं और इस अनुसार पंजाब राज्य के सभी प्राईवेट अस्पतालों को डेंगू और मलेरिया के मामलों की रिपोर्ट स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को पेश करनी पड़ती है जिससे डेंगू के किसी भी मामले में विभाग की तरफ से समय पर कार्यवाही की जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को फोगिंग को और तेज करने के लिए स्थानीय निकाय और ग्रामीण विकास विभाग के साथ तालमेल करने के लिए कहा और डेंगू की रोकथाम के लिए जागरूकता पैदा करने पर ज़ोर दिया।

स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों की पालना करने की अपील भी की और भरोसा दिलाया कि वह ज़मीनी स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं।


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