
जालंधर ब्रीज: सभी न्यायिक परिसरों पर सुरक्षा के पुख़्ता प्रबंधों को यकीनी बनाने के मद्देनज़र पंजाब पुलिस ने मंगलवार को राज्य भर की ज़िला और सब-डिविज़नल अदालतों की विशेष चैकिंग की जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि स्थापित डोर फ़्रेम मेटल डिटेक्टर (डीऐफऐमडी), क्लोज्ड सर्किट टैलिविज़न (सी. सी. टी. वी.) कैमरे और अन्य सुरक्षा उपकरण काम करने के लिए बा-दरुसत हैं।
डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डी. जी. पी.) पंजाब गौरव यादव के दिशा-निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में प्रातः काल 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक एक ही समय चैकिंग की गई। सीपीज़/ऐसऐसपीज़ को हिदायत की गई थी कि वे निजी तौर पर इस तलाशी अभ्यान की निगरानी करें और चैकिंग करने के लिए अपेक्षित संख्या में पुलिस टीमों का गठन किया जाये।
विशेष डीजीपी लॉ एंड आर्डर अर्पित शुक्ला ने बताया कि ऐसपीज़/डीऐसपीज़ की निगरानी अधीन पुलिस टीमों ने राज्य भर की लगभग 68 अदालतों में चैकिंग की।
सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा लेने के इलावा उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने अदालती परिसरों के आसपास घूमते 1796 संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली और 1768 वाहनों की चैकिंग भी की।
उन्होंने कहा कि यह चैकिंग करने का मकसद राज्य के जुडिशियल परिसरों पर सुरक्षा के पुख़्ता प्रबंधों को यकीनी बनाकर समाज विरोधी तत्वों पर नकेल कसना है।
विशेष डीजीपी ने इस कदम को पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रही मुहिम का हिस्सा करार देते हुये कहा, ‘‘हम सीपीज़/ऐसऐसपीज़ को अगले तीन दिनों में बार ऐसोसीएशनों के साथ शिष्टाचार मीटिंगें करने का परामर्श दिया है।’’
ज़िक्रयोग्य है कि सीपीज़/ ऐसऐसपीज़ को समाज विरोधी तत्वों पर निगरानी बढ़ाने के लिए ऐसे संवेदनशील स्थानों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए।
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